Oct 7, 2023

539 बार रिजेक्ट, फिजिक्स में फेल, अब ये इंडियन बनाती है उड़ने वाली बोट

Ashish Kushwaha

​संप्रीति भट्टाचार्य​

स्कूल के दिनों में संप्रीति भट्टाचार्य फिजिक्स में फेल हो गई तो उनके टीचर ने उन्हें हाउस वाइफ बनने तक के लिए कह दिया।

Credit: Instagramsampriti_bh

​फ्लाइंग बोट बनाने वाली एक सफल Entrepreneur​

अब यही एवरेज स्टूडेंट ऐज फ्लाइंग बोट (Flying Boat) बनाने वाली एक सफल Entrepreneur बन गई हैं।

Credit: Instagramsampriti_bh

कौन है विकास मालू

​इलेक्ट्रिक हाइड्रोफॉइल नाव ​

यह एक ऐसी कंपनी है, जो नेवियर 30 (Navier 30) नामक अपनी इलेक्ट्रिक हाइड्रोफॉइल नाव के साथ समुद्री उद्योग में क्रांति ला रही है।

Credit: Instagramsampriti_bh

​ 539 कंपनियों ने उन्हें रिजेक्ट किया​

20 साल की उम्र में उन्होंने 540 कंपनियों में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनमें से 539 कंपनियों ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया।

Credit: Instagramsampriti_bh

​एक ही कंपनी में सेलेक्शन​

सिर्फ एक ही कंपनी में उनका सेलेक्शन हो पाया था, जिसका नाम फर्मीलैब (Fermilab) है. इसके बाद वह कोलकाता से सीधे अमेरिका पहुंच गईं।

Credit: Instagramsampriti_bh

​नासा के साथ भी इंटर्नशिप की​

इसके बाद भट्टाचार्य रिसर्च असिस्टेंट के रूप में शिकागो चली गईं। उन्होंने नासा के साथ एक और इंटर्नशिप की।

Credit: Instagramsampriti_bh

यहां से की पढ़ाई

फिर ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री और एमआईटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की।

Credit: Instagramsampriti_bh

बोट बनाने के लिए बनाई टीम

इसके बाद वह सैन फ्रांसिस्को चली गईं, 12 मिलियन डॉलर जुटाए और बोट बनाने के लिए एक टीम को काम पर रखा।

Credit: Instagramsampriti_bh

​Navier की फाउंडर और सीईओ​

आज संप्रीती नेवियर (Navier) की फाउंडर और सीईओ हैं। आज अमेरिकी भी उन्हें सलाम करते हैं।

Credit: Twitter

Thanks For Reading!

Next: करोड़पति बनने से बस 10 कदम दूर हैं आप, नहीं मानी तो जीवन भर पछताएंगे