Oct 23, 2023

इस चाय में वाघ और बकरी क्यों आए साथ, बेहद मजेदार है कहानी

Ashish Kushwaha

​ पराग देसाई​

वाघ बकरी चाय ब्रांड के CEO पराग देसाई की सड़क पर कुत्तों के समूह से बचने की कोशिश में दुखद मृत्यु हो गई।

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आज 2,000 करोड़ रुपये की कंपनी ​

जब देसाई 1995 में समूह में शामिल हुए, तो कंपनी की वैल्यू 100 करोड़ रुपये से कम थी अब 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है।

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बॉस से ज्यादा कर्मचारी की दौलत

131 साल पुरानी है कंपनी

वाघ बकरी की शुरुआत नरणदास देसाई ने 1892 में दक्षिण अफ्रीका में 500 एकड़ चाय बागान के साथ शुरुआत हुई थी।

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​वाघ बकरी Logo की कहानी​

वाघ बकरी ब्रांड का लोगो सामाजिक समानता का संदेश देता है। इसके Logo में एक बाघ और एक बकरी को एक ही कप में चाय पीते दिखाया गया है।

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क्या कहता है लोगो

गुजरात में बाघ को वाघ कहते हैं। इस Logo का मकसद ये बताना है कि उच्च वर्ग और निम्न वर्ग के लोग एक साथ चाय पी सकते हैं। इस Logo के जरिए जाति आधारित व्यवस्था पर भी प्रहार किया गया है।

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24 राज्यों में वाघ बकरी ब्रांड का कारोबार

साल 2009 तक कंपनी का विस्तार महाराष्ट्र, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में हो चुका था। आज कंपनी 24 राज्यों में अपना कारोबार कर रही है।

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कौन-कौन से ब्रांड

वाघ बकरी के ब्रांडिंग के तहत गुड मॉर्निंग टी, वाघ बकरी-मिली टी, वाघ बकरी-नवचेतन टी और वाघ बकरी- प्रीमियम लीफ टी शामिल है।

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ये है प्रीमियम सेगमेंट चाय

गुड मॉर्निंग टी की शुरुआत साल 1944 में हुई थी। यह एक सुपर प्रीमियम सेगमेंट की चाय है।

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