Feb 15, 2023
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई थी।
Credit: iStock
हिंडनबर्ग खुद शार्ट सेलिंग कर अरबों रुपए बनाए
Credit: iStock
शॉर्ट सेलिंग में निवेशक खास कीमत पर स्टॉक या सेक्यूरिटीज खरीदता है, कीमत अधिक होने पर बेचता है।
Credit: iStock
शेयर की गिरती कीमतों पर पैसा लगाया जाता है. यह एक तरह से निवेश करने की रणनीति है।
Credit: iStock
फर्ज करिए कि कोई स्टॉक 300 रुपए का है और उम्मीद है कि उसकी कीमत गिरकर 100 रुपए होगी को शॉर्ट सेलर गिरी कीमत पर स्टॉक उधार लेता है।
Credit: iStock
यदि स्टॉक की कीमत 300 रुपए से अधिक हो तो उसे बेच देता है। लिहाजा प्रॉफिट मॉर्जिन में इजाफा होता है
Credit: iStock
पहला, कैश के जरिए, दूसरा विकल्प और तीसरा फ्यूचर्स। शॉर्ट सेलिंग पर रेगुलेटर की कड़ी नजर होती है।
Credit: iStock
आसान शब्दों में शॉर्ट सेलर के अपने पास शेयर ना होते हुए भी खरीद और बेच लेता है।
Credit: iStock
Thanks For Reading!
Find out More