Oct 23, 2023
तमिलनाडु की मिठाई ये मिठाई वेल्लोर के 'अर्कोट शहर' में पहली बार बनी थी। इसे शाही नवाब के किचन में बनाया गया था। ये डिश देखने में बिल्कुल गुलाब जामुन जैसी होती है।
Credit: Social-Media/Istock
इस व्यंजन में बत्तख का इस्तेमाल नहीं होता, लेकिन फिर भी इसे डक फ्राई कहते हैं। क्योंकि ये बॉम्बे में पाई जाने वाली एक खास किस्म की मछली से बनती है। ये मछली एम जमाने में पश्चिम बंगाल भेजी जाती थी। बॉम्बे डाक नामक ट्रेन से ये वहां पहुंचती थी। इसलिए इस मछली की डिश को बॉम्बे डक कहा जाने लगा।
Credit: Social-Media/Istock
इस डिश के पीछे वजह बताई जाती है कि, शाहजहां के तीसरे बेटे बेटे मुराद बख्श के लिए इसे बनाया गया था। मुराद बख्श ने ही मुरादाबाद शहर को बसाया था।
Credit: Social-Media/Istock
भारत में बिरयानी की बात हो और हैदराबादी बिरयानी का नाम जुबां पर न आए ऐसा हो ही नहीं सकता। दरअसल, हैदराबाद के निज़ाम के किचनम में ये पहली बार बनी थी इसलिए इसे हैदराबादी बिरयानी कहा जाने लगा।
Credit: Social-Media/Istock
ये दक्षिण भारत की सबसे फेमस रेसिपी है। तमिलनाडु में चेट्टीनाडु एक शहर जहां इसे ,खास मसालों से तैयार किया जाता है।
Credit: Social-Media/Istock
तमिलनाडु में ही एक और जगह है मनपराई। यहां पर चावल के आटे से बने मुरुक्कू के नाश्ते में खाया जाता है।
Credit: Social-Media/Istock
राजस्थान का एक शहर बीकानेर है जहां बेसन, मोठ दाल का आटा और अन्य मसालों से भुजिया बनाई जाती है। इसका स्वाद देशभर में फेमस है।
Credit: Social-Media/Istock
केरल का ऐसा गांव भी है जिसका नाम रामासेरी है। यहां बनाई जाने वाली खास किस्म की इडली काफी नरम और स्पंजी होने के साथ बहुत स्वादिष्ट होती है।
Credit: Social-Media/Istock
पोहा खाने के लिए दुनिया में एक ही जगह फेमस है, इंदौर। यहां बनाया जाने पोहा बड़े चाव से खाया जाता है इसलिए इसे इंदौरी पोहा कहते हैं।
Credit: Social-Media/Istock
ताजमहल के अलावा आगरा सिर्फ स्वादिष्ट पेठों के लिए जाना जाता है। इसे मुगल सम्राट शाहजहां ने बनवाया था। दावा है कि, ताजमहल के निर्माण के दौरान उस समय 500 रसोइये 22,000 लोगों के लिए पेठा बनाते थे ताकि उन्हें काम करने की एनर्जी मिलती रहे और खाने में वैरायटी भी मिले।
Credit: Social-Media/Istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स