Mar 29, 2025
यह कावेरी नदी के किनारे स्थित भारत का एक पुरातन बंदरगाह नगर है। जिसे कावेरीपट्टिनम भी कहा जाता है। पुरातत्वविदों के मुताबिक सन् 500 में यह शहर बड़े समुद्री तूफान में नष्ट हो गया था।
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म्यूजिरिस पेरियार नदी के तट पर स्थित था। इस जगह से पुरातत्वविदों को यमन, इजिप्ट, रोमन और पश्चिमी एशिया के कई देशों की कलाकृतियां मिली है। जिनसे पता चलता है कि इस शहर का संपर्क बाहरी देशों से भी था।
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लोथल सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख शहरों में से एक है। इसकी खोज 1954 में की गई थी। पुरातत्वविदों को यहां खुदाई के दौरान पता चला कि बाढ़ में यह नगर तबाह हुआ था। यहां पर टूटी दीवारें, कुएं, बाथरूम, नालियां, चबूरतें आदि देखने को मिलते हैं।
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गुजरात में इस प्राचीन शहर की खोज 1967-68 में हुई थी। यहां 1990 से खुदाई का कार्य जारी है। भारत में यह सबसे बड़ा पुरातात्विक स्थान है। यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख नगर है, जिसे स्थानीय लोग कोटड़ा टिम्बा प्राचीन महानगर धोलावीरा कहते हैं।
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गुजरात में कच्छ के पास स्थित इस शहर की खोज साल 1964 में की गई थी। पुरातत्वविदों को इस जगह से लाल लैटराइट मिट्टी से ढके टीले और घोड़ों के अवशेष बरामद हुए थे।
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गुजरात में स्थित द्वारका शहर भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक है। माना जाता है कि 6 बार यह शहर समुद्र में समा चुका है। यहां समुद्र के अंदर जलम्न बस्तियां और कई स्ट्रक्चर भी मिले हैं।
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राजस्थान के हनुमानगढ़ के पास कालीबंगन शहर बसा था। पुरातत्वविदों के मुताबिक कालीबंगन सिंधु घाटी सभ्यता की प्रांतीय राजधानी था। इस नगर में अनोखी अग्नि वेदिया देखी जा सकती है और विश्व के सबसे प्राचीन हल से जोते गए खेत भी हैं।
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कर्नाटक में मालाप्रभा नदी के तट पर स्थित यह नगर भारत के विश्व धरोहरों में से एक है। यहां स्थित विरुपक्ष मंदिर काफी फेमस पर्यटन स्थल भी है।
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कर्नाटक में तुंगभद्रा नदी के किनारे हंपी के खंडहर स्थित हैं। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर की लिस्ट में भी शामिल है। एक समय पर हंपी विजयनगर साम्राज्य का प्रमुख नगर हुआ करता था।
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