इस जगह पर अनोखी है भाई दूज मनाने की रस्म, भाइयों को खरी खोटी सुनाती है बहनें

Pooja Kumari

Nov 13, 2023

​भाई दूज​

दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है जिसमें आखिरी दिन भाई दूज का होता है। यह त्योहार यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।

Credit: istock

यहां पढ़ें आपके शहर की खबरें

​भाई दूज की मान्यता​

मान्यता है कि इस दिन भगवान सूर्य की पुत्री यमुना ने अपने भाई यमराज को खाना खिलाया था। इससे यम ने प्रसन्न होकर उन्हें एक वरदान दिया था।

Credit: istock

इन खबरों को भी पढ़ें

​यम का वरदान​

यम के वरदान के अनुसार इस दिन जो भी बहनें अपने भाइयों को भोजन खिलाएंगी, उनके ऊपर भगवान विष्णु और सूर्य देव की कृपा बनी रहेगी।

Credit: istock

​भाई दूज की रस्म​

भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलकर लगाकर उनके दीर्घायु की कामना करती हैं। लेकिन बिहार में इस त्योहार को लेकर अनोखी रस्म निभाई जाती है।

Credit: istock

​बिहार​

बिहार में भाई दूज पर बहने अपने भाइयों को पहले खरी-खोटी सुनाती हैं फिर उनसे मांफी मांगती हैं। इसके बाद भाइयों को तिलक लगाकर उन्हें मिठाई खिलाई जाती है।

Credit: istock

​ये है वजह​

बिहार के इस अनोखे रिवाज के पीछे मान्यता है कि भाई दूज के दिन बहनों द्वारा भाइयों को भला-बुरा कहने पर उन्हें यम यानी मृत्यु का भय नहीं रहता।

Credit: istock

​दूसरी परंपरा​

बिहार में बहनें एक और परंपरा का पालन करती हैं, इस दिन वे भाइयों को बजरी खिलाती हैं।

Credit: istock

​बजरी खिलाना​

बजरी खिलाने के पीछे की मान्यता ये है कि इससे भाई बहुत मजबूत हो जाता है।

Credit: istock

​भाई-बहन का प्यार​

भाई-बहन के इस त्योहार को भले ही अलग-अलग तरीके से मनाया जाता हो, लेकिन ये त्योहार भाई-बहन के प्रेम को दर्शाता है।

Credit: istock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: श्री कृष्ण ने नहीं इस महाबली ने पहले उठाया था गोवर्धन पर्वत, विद्वान ही बता पाएंगे नाम

ऐसी और स्टोरीज देखें