Nov 5, 2024
मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का दिल्ली एम्स में आज रात 9:20 बजे निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रही थी। इसी साल उनके पति का भी निधन हुआ था।
Credit: Social-Media
शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला भी कहा जाता है। उनका जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव में हुआ था।
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शारदा सिन्हा 8 भाईयों की इकलौती बहन थी। उनके परिवार में 30-35 सालों तक कोई बेटी नहीं जन्मी थी। खुद शारदा भी मन्नतों के बाद पैदा हुईं थी।
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शारदा सिन्हा का बचपन से ही संगीत की ओर उनका झुकाव रहा था। उनके संगीत के हुनर को पहचान कर पिता ने ही उन्हें संगीत सिखाया।
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शारदा सिन्हा की शादी ब्रज किशोर से हुई थी। जिनका इसी साल 80 साल की उम्र में निधन हो गया। वे शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर के पद से रिटायर हुए थे।
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शारदा सिन्हा को शादी के बाद उनके पति ने संगीत के करियर में साथ दिया। उनके ससुर का भी उन्हें सपोर्ट मिला।
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शारदा सिन्हा के दो बच्चे एक बेटा और बेटी हैं। उनके बेटी का नाम वंदना और बेटे का नाम अंशुमान सिंहा है।
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शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों के लिए मशहूर हैं। उनके फेमस गानों में छठ गीत और विवाह गीत शामिल हैं। उन्होंने बॉलीवुड गानों को भी गाया है। साल 1991 में उन्हें पद्मश्री और 2018 में पद्म भूषण अवॉर्ड भी मिला है।
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शारदा सिन्हा प्रोफेसर भी रही हैं, उन्होंने बीएड किया है और म्यूजिक में पीएचडी भी की है। जिसके बाद में समस्तीपुर के कॉलेज में प्रोफेसर बनी।
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