गया में घर बैठे करें 'पितरों का तर्पण', आ गया e-pind daan

Ravi Vaish

Aug 4, 2024

पितृपक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण या पिंडदान किया जाता है

Credit: canva_social-media

बता दें कि बिहार के गयाजी में पितरों का तर्पण करने का विशेष महत्व माना गया है

Credit: canva_social-media

यहां देश-विदेश से पिंडदानी पितरों को मोक्ष की कामना लेकर कर्मकांड करने आते हैं

Credit: canva_social-media

वहीं बता दें कि अगर आप भी गया नहीं आ सकते हैं तो इसका भी इंतजाम किया गया

Credit: canva_social-media

बिहार पर्यटन विभाग ने पिंडदानियों की सुविधा के लिए ई-पिंडदान ऐप तैयार किया है

Credit: canva_social-media

पिंडदान के लिए बुकिंग भी शुरू हो गई है ई-पिंडदान के लिए 23 हजार रुपये शुल्क निर्धारित है

Credit: canva_social-media

ई-पिंडदान ऐप पर सबसे पहले विष्णुपद मंदिर में धार्मिक प्रक्रियाएं कराई जाएंगी

Credit: canva_social-media

इसके बाद अक्षयवट, मोक्षदायिनी फल्गु नदी पिंडवेदी पर कर्मकांड होगा

Credit: canva_social-media

आपकी यादगार के लिए पिंडदान के सभी स्थलों के फोटोज व वीडियो पेन ड्राइव में दिए जायेंगे

Credit: canva_social-media

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: उत्तराखंड का सबसे अमीर जिला, आज जान लीजिए नाम

ऐसी और स्टोरीज देखें