Dec 23, 2023
प्रेमानंद महाराज का वास्तविक नाम अनिरुद्ध पांडेय था। इनका जन्म कानपुर के एक गांव में हुआ था। 13 वर्ष की अल्पायु इन्होंने घर त्याग दिया था।
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प्रेमानंद जी कानपुर से सीधा वृंदावन पहुंचे और यहां वे चैतन्य महाप्रभु की लीलाएं देखते और उनका आंनद उठाते थे। ये वही जगह थी जहां से उनकी यात्रा आगे बढ़ी।
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प्रेमानंद जी महाराज भारत के फेमस संतों की श्रेणी में आते हैं। वे राधारानी के परम उपासक हैं। इनके सत्संग के वीडियो सोशल मीडिया खूब देखे और पसंद किए जाते हैं।
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प्रेमानंद महाराज वृंदावन में वल्लभ संप्रदाय से जुड़े और श्री गौरंगी शरण जी महाराज की सेवा में लग गए। फिलहाल प्रेमानंद महाराज की उम्र 60 बरस बताई जाती है, उनकी दोनों किडनी फेल हैं। हालांकि फिर भी वे ऊर्जान्वित होकर राधारानी की उपासना करते हैं और भक्तों को भी यही सलाह देते हैं।
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प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम उत्तर प्रदेश के वृंदावन में है। अगर आप भी उनके दर्शन करने आश्रम जाना चाहते हैं तो हम आपको सबसे आसान तरीका बताते हैं।
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वृंदावन आकर सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट 'वृंदावन रस महिमा' पर या 088689 85762 नंबर पर संपर्क करें।
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प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग और एकांतिक वार्तालाप के लिए टोकन लेना होगा जो कि, सुबह 9.15 से सुबह 10.15 तक राधा केलि कुंज में मिलता है। वेबसाइट के मुताबिक आप प्रेमानंद महाराज का आश्रम रात आठ बजे तक ही खुला रहता है।
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सोशल मीडिया पर आपने प्रेमानंद जी महाराज के भक्तों को रात में उनके दर्शन करते देखा होगा। दरअसल, फिलहाल महाराज जी के रात्रि दर्शन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
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दरअसल, राधा केलि कुंज ने जारी की गई सूचना में बताया है कि, शीतकाल में अत्यधिक ठंड के कारण और स्वास्थ्य कारणों के चलते प्रेमानंद जी महाराज के रात्रि दर्शन को स्थगित कर दिया गया है।
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