Nov 13, 2023
जल्द ही वो दिन आने वाला है जिस दिन महादेव की नगरी काशी दुल्हन की तरह सजी रहती है। दरअसल हम देव दीपावली की बात कर रहे हैं। इस दिन ढेर सारे दियों से जगमगाती वाराणसी बहुत भव्य नजर आती है।
Credit: istock
देव दीपावली को इस साल किस दिन मनाया जाएगा, इसको लेकर पहले दो तिथियां सामने थी। दरअसल हिंदू पंचाग के अनुसार 26 और 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है इस कारण इन दोनों तारीखों को लेकर पहले दुविधा थी।
Credit: istock
देव दीपावली का आयोजन करने वाली समतियों द्वारा इस पर्व की तारीख को तय किया गया है। वाराणसी में 27 नवंबर के दिन देव दीपावली मनाई जाएगी। हालांकि पहले इसे 26 नवंबर तय किया गया था।
Credit: istock
देव दीपावली को लेकर मान्यता है कि इस दिन देवताओं का धरती पर आगमन होता है और दीपों को जलाकर उनका स्वागत किया जाता है।
Credit: istock
देव दीपावली पर बड़ी संख्या में लोग गंगा नदी में स्नान के लिए आते हैं और देवी गंगा को फूल अर्पित करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं।
Credit: istock
इस दिन शाम के समय मिट्टी के दिये जलाकर गंगा नदी को अर्पित किए जाते हैं इसी को दीपदान कहा जाता है।
Credit: istock
सूरज ढलने के बाद गंगा नदी के घाट ढेर सारे दियों की रोशनी में जगमगा उठते हैं, ये नजारा बेहद भव्य नजर आता है।
Credit: istock
देव दीपावली के दिन शिव मंदिरों समेत सभी मंदिरों में दिये जलाए जाते हैं। इसके अलावा चौराहों, पीपल के पेड़ और तुलसी पर भी दिये जलाए जाते हैं। इस दिन शहर का हर कोना दियों से सजा रहता है।
Credit: istock
वाराणसी की देव दीपावली को देखने के लिए दुनियाभर से लोग यहां आते हैं। इस दिन भारी संख्या में लोगों की भीड़ इस पर्व का हिस्सा बनने आती है।
Credit: istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स