वाराणसी: विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में राह का रोड़ा बनी ये चीज, टूटेगी 32 साल पुरानी परंपरा

Pooja Kumari

Oct 26, 2023

​गंगा आरती का इतिहास

हम सभी जानते हैं कि वाराणसी में गंगा आरती होने का इतिहास सालों पुराना है। यहां पर रोज सूर्यास्त के बाद भव्य आरती का आयोजन होता है।

Credit: istock

​1991 में हुई शुरुआत​

साल 1991 में वाराणसी में गंगा आरती की शुरुआत हुई थी, तब से दशाश्वेमेध घाट पर सूर्यास्त के बाद गंगा आरती की जा रही है।

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​चौथी बार टूटेगी परंपरा​

लेकिन 32 सालों में ऐसा चौथी बार होगा कि गंगा आरती से जुड़ी ये परंपरा फिर टूटने वाली है।

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​दिन में होगी गंगा आरती​

28 अक्टूबर के दिन सूर्यास्त के बाद होने वाली यह गंगा आरती दोपहर में ही की जाएगी।

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​ये है वजह​

दरअसल 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगने वाला है, इस कारण गंगा आरती दोपहर में ही होगी।

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​चंद्रग्रहण​

चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर को रात के 1:05 बजे लग रहा है।

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गंगा आरती का आयोजन

28 अक्टूबर के दिन ग्रहण से नौ घंटे पहले लगने वाले सूतक काल के पहले गंगा आरती का आयोजन होगा।

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​इस समय होगी आरती​

आरती का समय दोपहर के 2:30 बजे से 3:30 बजे तक होगा।

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​पहले भी टूटी है परंपरा​

इससे पहले 16 जुलाई 2019 को भी चंद्रग्रहण के कारण गंगा की आरती दोपहर में हुई थी

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