Feb 13, 2024
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चाणक्य को आचार्य विष्णु गुप्त या कौटिल्य भी कहा जाता है। इन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को अखंड भारत का सम्राट बनाया।
उनके द्वारा रचित अर्थशास्त्र नामक ग्रन्थ राजनीति, अर्थनीति, कृषि, समाजनीति आदि का महान ग्रन्थ है।
चाणक्य का अर्थशास्त्र शायद दुनिया का पहला ऐसा ग्रंथ है, जिसमें एक राज्य को लेकर बहुत सारी व्याख्याएं की गई हैं।
वह भारत की रचनात्मक बुद्धि के प्रतीक माने जा सकते हैं। उनकी कई नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं।
लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि चाणक्य आखिर किस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर थे?
रिपोर्ट्स की मानें तो एक समय चाणक्य तक्षशिला विश्वविद्याल के प्रोफेसर हुआ करते थे।
तक्षशिला विश्वविद्यालय न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय माना जाता है।
तक्षशिला में वेद, गणित, व्याकरण समेत कई विषय पढ़ाए जाते थे। यहां दुनियाभर से विद्वान पढ़ने आते थे।
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