Jan 2, 2024
Credit: Twitter
सावित्रीबाई फुले के पिता का नाम खन्दोजी नैवेसे और माता का नाम लक्ष्मी था।
सावित्रीबाई की शादी 1840 में महज 9 साल की उम्र में ज्योतिबा फुले के साथ हुई थी। शादी से पहले वह पढ़ी-लिखी नहीं थीं।
सावित्रीबाई के पढ़ने की चाह से प्रभावित होकर ज्योतिबा फुले ने उनकी पढ़ाई लिखाई में मदद की।
सावित्रीबाई ने फिर अहमदनगर और पुणे में प्रशिक्षण लिया और एक योग्य शिक्षिका बनीं।
उन्होंने 3 जनवरी 1848 को अपने 18वें जन्मदिन पर पुणे में बालिकाओं के लिए पहले स्कूल की स्थापना की थी।
उन्हें बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए समाज का कड़ा विरोध भी झेलना पड़ा था।
सावित्रीबाई फुले का प्लेग की बीमारी की वजह से 10 मार्च 1897 को निधन हो गया था।
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स