Aug 29, 2024
औरंगजेब शाहजहां का पुत्र था, उसे क्रूर इसलिए माना जाता है क्योंकि उसने शासन की लालच में अपने पिता यानी शाहजहां को आगरा के किले में मरते दम तक के कैद में डाल दिया था।
Credit: TNN-and-AI
यही नहीं, उसके भाई कभी उस पर हमला करके तख्त न छीन लें, इससे पहले उसने अपने ही भाइयों को मरवा दिया।
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औरंगजेब रूढ़िवादी और कट्टरपंथी भी था, वो अपने धर्म के प्रति बहुत संवेदनशील था। वो इस्लामी मानसिकता गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
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औरंगजेब ने 49 सालों तक शासन किया, इसके बाद बूढ़ा होकर तड़प तड़प कर मरा। इसकी मौत का किस्सा बेहद अजीब था।
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ऐसा नहीं है औरंगजेब को सीधे सीधे किसी ने मारा था, उसने बहुत युद्ध लड़े, और खास बात यह थी कि बूढ़ा होने के बाद भी युद्ध वाले मैदान में जरूर जाता रहा।
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आखिरी समय में जब औरंगजेब अपनी सेना के टुकड़ी के साथ दिल्ली जा रहा था, तो उसे बुंदेला राजा वीर छत्रसाल की सेना से रास्ते में घेर लिया।
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अब औरंगजेब की सेना के पास धीरे धीरे खापा पानी खत्म होने लगा, दूसरी ओर औरंगजेब को उचित ढंग से इलाज भी नहीं मिल पा रहा था।
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वो बिस्तर पर 3 माह से था, उचित इलाज न मिलने के कारण उसकी तड़प तड़प कर मौत हो गई। लेकिन उसने मरने से बहुत पहले ही अपने कब् की जगह निश्चित कर ली थी।
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औरंगजेब की इच्छा थी उसके मरने के बाद उनके गुरु सूफी संत सैयद जैनुद्दीन की कब्र के पास उसे भी दफनाया जाए। बता दें, औरंगजेब का मकबरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर से 25 किलोमीटर दूर स्थित खुल्दाबाद शहर में है।
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