Feb 27, 2024

​​40 साल बाद अंतरिक्ष में जाएंगे ये 4 भारतीय, जानें कैसे मिलता है मौका ​

अंकिता पांडे

​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' के लिए चार पायलट के नामों की घोषणा कर दी है। ​

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​​पायलट के नाम​

​ये पायलट - ग्रुप कैप्टन पी बालाकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर एस शुक्ला हैं।​

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​​भारतीय नागरिकता जरूरी​

जानकारी के लिए बता दें कि इसरो का एस्ट्रोनॉट बनने कि लिए भारतीय नागरिकता जरूरी है।​

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​​इन विषयों से 12वीं पास​

​कैंडिडेट मान्याता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स और मैथ्स विषयों से 12वीं परीक्षा पास होना चाहिए।​

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​​बैचलर्स की डिग्री जरूरी​

​इसरो में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए इंजीनियरिंग, मेडिसिन या साइंस में डिग्री भी होनी चाहिए।​

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​​तीन साल का अनुभव​

​साथ ही संबंधित क्षेत्र में कम से कम तीन साल का अनुभव होना जरूरी है।​

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​​आयु सीमा​

​आयु सीमा की बात करें तो कैंडिडेट की आयु 27 साल से 37 साल के बीच होनी चाहिए।​

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​​​फिजिकली फिट होना जरूरी​

​एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपका फिजिकली फिट होना भी बेहद जरूरी है।​

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ऐसा होगा सेलेक्शन

इसरो में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए कैंडिडेट को लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट और इंटरव्यू से गुजरना होगा।​

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