माता-पिता की मौत से भी नहीं टूटा हौसला, 22 की उम्र IAS बन रचा इतिहास

Kuldeep Raghav

Jul 23, 2024

हार ना मानने वाले लोग

कुछ लोग परिस्थितियों से हार मानने के बजाय और मजबूत बनकर वापसी करते हैं।

Credit: Instagram

दूध वाले की बेटी बनी IAS

सिविल सेवा परीक्षा

ऐसे ही लोग लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सफल हो पाते हैं।

Credit: Instagram

प्रेरक कहानी

सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस बनने वाले युवाओं की कहानी काफी प्रेरणा देने वाली होती है।

Credit: Instagram

रितिका जिंदल की कहानी

माता पिता के निधन से आईएएस रितिका जिंदल का हौसला नहीं टूटा, उन्होंने आईएएस बनकर माता पिता का नाम रोशन किया।

Credit: Instagram

12वीं में टॉपर

रितिका जिंदल पंजाब के मोगा शहर से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने 12वीं क्लास की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में पूरे उत्तरी भारत में सबसे ज्यादा नंबर लाकर टॉप किया।

Credit: Instagram

डीयू से ग्रेजुएशन

उन्होंने दिल्ली के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन पूरी की और ग्रेजुएशनके तीसरे साल में ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।

Credit: Instagram

पिता को हुआ कैंसर

यूपीएससी की तैयारी के दौरान ही रितिका के पिताजी को मुंह और फेफड़ों का कैंसर हो गया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में रहते हुए पिता की देखभाल करते हुए तैयारी की।

Credit: Instagram

22 की उम्र में आईएएस

साल 2019 में दूसरे प्रयास में मात्र 22 साल की उम्र में ही 88वीं रैंक हासिल कर रितिका ने UPSC क्लियर कर लिया।

Credit: Instagram

माता पिता का निधन

उनके IAS ट्रेनिंग के दौरान ही उनके माता-पिता दोनों का निधन हो गया।

Credit: Instagram

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: विकास दिव्यकीर्ति सर की साथी तनु मैम, खुद कितनी बार दे चुकी हैं UPSC इंटरव्यू

ऐसी और स्टोरीज देखें