Jan 20, 2025
ऐसा कौन सा देश है, जहां भारत के राष्ट्रपति APJ अब्दुल कलाम पहुंचने पर उस दिन को विज्ञान दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा कर दी।
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अगर आप कुछ हटकर सामान्य ज्ञान पढ़ने का शौक रखते हैं, तो यहां दिए गए फैक्ट आपको पसंद आएंगे। लेकिन सवाल का जवाब पढ़ने से पहले आपको एपीजे सर के बारे में कुछ बातें जरूर पता होनी चाहिए।
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ये तो आप जानते हैं कि APJ अब्दुल कलाम साहब देश के राष्ट्रपति थे, बड़े संघर्षों के बीच उनका बचपन गुजरा।
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कभी घर घर अखबार देने वाले APJ अब्दुल कलाम साहब ने देश के राष्ट्रपति बनने का गौरव पाया।
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साइंस की तरफ उनकी दिलचस्पी ने उन्हें महान साइंटिस्ट की पंक्ति में खड़ा किया, उन्हें 'मिसाइल मैन' की उपाधि दी गई।
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उन्हें बैलिस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास पर उनके काम के लिए याद किया जाता है।
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उन्होंने 1998 में भारत के पोखरण-II परमाणु परीक्षण में एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक, तकनीकी और राजनीतिक भूमिका भी निभाई, जो 1974 में भारत द्वारा किए गए मूल परमाणु परीक्षण के बाद पहला परीक्षण था।
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APJ अब्दुल कलाम ने 1958 में डीआरडीओ और 1969 में इसरो ज्वॉइन किया, यही नहीं 1975 में भारत के पहले उपग्रह प्रक्षेपण का नेतृत्व भी किया।
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विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति इनका समर्पण, देश के साथ दुनिया में भी फैल चुका था।
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26 मई 2006 को डॉ. कलाम स्विटजरलैंड गए, और इस दिन को वहां विज्ञान दिवस के रूप में मनाए जाने लगा। कलाम 30 से अधिक वर्षों के अंतराल के बाद स्विट्जरलैंड का दौरा करने वाले पहले भारतीय राष्ट्राध्यक्ष थे।
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