Aug 20, 2024
मुगलों के शासन से अंतुष्ट लोगों में बहुत से लोग थे, जिनमें से एक था शेरशाह सूरी, जिसे इतिहास में चालाक और तेज राजा माना जाता है।
Credit: Canva-and-TNN
कहते हैं शेरशाह ने अपने जिंदगी में बहुत सी शादियां की, और सभी शादियों में इस बात का ध्यान रखता था कि लड़की पक्ष धन समपत्ति से संपन्न हो।
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ताकि उसकी ताकत और साम्राज्य बढ़ती जाए, यहां तक की वो अमीर विधवाओं से भी शादी करता था।
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कहा जाता है शेरशाह ने मात्र 10 माह में पूरा का पूरा राजस्थान कब्जा कर लिया था, जो कि आज भी देश का सबसे बड़ा राज्य है।
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एक समय में मुगलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती शेरशाह से पार पाना था, शेरशाह मुगलों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बनता जा रहा था।
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26 जून 1539 को शेरशाह सूरी और मुगलों (हुमायूं) के बीच भीषण युद्ध हुआ, जिसे चौसा का युद्ध (Battle of Chausa) नाम से जाना जाता है।
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यह युद्ध बिहार के बक्सर जिले के चौसा गांव के पास लड़ा गया, जिसमें शेरशाह को जीत मिली और हुमायूं को रण छोर कर भागना पड़ा।
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शेरशाह एक अफगानी राजा माना जाता था, कहते हैं वह कम सैन्य शक्ति के साथ भी युद्ध जीतने में निपुण था।
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राजस्थान जीतने के बाद शेरशाह सूरी ने कालिंजर (1545) में आखिरी लड़ाई लड़ी, जहां एक बिस्फोट से घायल हो गया, हालांकि उसने कालिंजर जीता किले को अधिकार में लेते ही जख्मी होने की वजह से मारा गया।
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