Oct 18, 2024
ऐसे में छात्रों के लिए यह निर्णय कठिन हो जाता है कि कौन सा कोर्स करना चाहिए, ठीक ऐसा ही मैनेजमेंट की पढ़ाई में भी देखने को मिलता है।
Credit: canva
MBA vs PGDM में एक बड़ा फर्क ये है, कि MBA डिग्री कोर्स है, और PGDM डिप्लोमा सर्टिफिकेट है।
Credit: canva
बता दें, किसी भी स्थिति में डिग्री की वैल्यू डिप्लोमा सर्टिफिकेट से ज्यादा होती है, और यही बेसिक व सबसे बड़ा अंतर है।
Credit: canva
एमबीए के लिए सिलेबस यूनिवर्सिटी तय करती है, यही वजह है कि आप कही से भी एमबीए करिये आपको लगभग एक ही सिलेबस मिलेगा।
Credit: canva
लेकिन PGDM का कोर्स इंस्टीट्यूट या वो संस्था तय करती है, जहां से आप पढ़ाई रहे हैं। यानी इन्हें सिलेबस बनाने की आजादी होती है। इंडस्ट्री के हिसाब से डिप्लोमा सर्टिफिकेट में बदलाव किए जा सकते हैं।
Credit: canva
MBA के बाद एचआर मैनेजर, बिजनेस एनालिस्ट, मार्केटिंग मैनेजर, फाइनेंस एडवाइजर, इन्वेस्टमेंट बैंकर बनने का अवसर रहता है।
Credit: canva
PGDM के बाद प्रोजेक्ट मैनेजर, डेटा साइंटिस्ट, ऑडिटर, टैक्स स्पेशलिस्ट, कंसल्टेंट इत्यादि पदों पर पहुंचा जा सकता है।
Credit: canva
MBA किए हुए लोगों का औसत वेतन लगभग 21.3 लाख रुपये है जबकि PGDM के बाद औसत वेतन लगभग 12.96 लाख रुपये है।
Credit: canva
ध्यान रखिए सैलरी कुछ बातों पर निर्भर करती है जैसे आप कहां से पढ़े हैं, अनुभव कितना है?, किन प्रोजेक्ट पर काम किया है, आपकी स्किल्स क्या है इत्यादि।
Credit: canva
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स