Nov 3, 2024

हीरे सा चमकना है तो गांठ बांध लें संस्कृत के ये श्लोक, मिल जाएगी सफलता

Aditya Singh

सफलता व असफलता

किसी कार्य की सफलता व असफलता हमारे द्वारा किए गए कार्यों पर निर्भर करती है।

Credit: Istock

सपनों को साकार करने के लिए

आपको अपने सपनों को सकार करने व अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आपोक कड़ी मेहनत व संघर्ष करना होगा। हालांकि इसके लिए मोटिवेशन भी जररी होता है।

Credit: Istock

संस्कृत के शानदार श्लोक

ऐसे में यहां हम आपके लिए संस्कृत के कुछ शानदार श्लोक लेकर आए हैं। इन श्लोक को अपने जीवन में लागू कर आप सफलता के शिखर पर पहुंच सकते हैं।

Credit: Istock

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु....

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥

Credit: Istock

उद्यमेन हि सिध्यन्ति....

उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः। न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगा:।

Credit: Istock

न चोरहार्य न राजहार्य...

न चोरहार्य न राजहार्य न भ्रतृभाज्यं न च भारकारि। व्यये कृते वर्धति एव नित्यं विद्याधनं सर्वधनप्रधानम्।।

Credit: Istock

संधिविग्रहयोस्तुल्यायां....

संधिविग्रहयोस्तुल्यायां वृद्धौ संधिमुपेयात्।

Credit: Istock

सिंहवत्सर्ववेगेन....

सिंहवत्सर्ववेगेन पतन्त्यर्थे किलार्थिनः॥

Credit: Istock

काक चेष्टा, वको ध्यानं....

काक चेष्टा, वको ध्यानं। श्वान निद्रा तथैव च। अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पंचम लक्षणम्।।

Credit: Istock

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: ​जीवन में सफलता की गारंटी देते हैं नेल्सन मंडेला के ये कोट्स, छात्र बांध लें गांठ​

ऐसी और स्टोरीज देखें