Apr 19, 2024
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आईएएस गरिमा सिंह यूपी के बलिया जिले के कथौली गांव की रहने वाली हैं। वो एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
गांव से आने वाली गरिमा सिंह शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहीं हैं। स्कूल के दिनों में वो टॉपर्स लिस्ट में रहती थीं।
गरिमा बताती हैं कि शुरू से वो देश के टॉप मेडिकल कॉलेज से MBBS करके डॉक्टर बनना चाहती थीं।
गरिमा के पिता पेशे से एक इंजीनियर हैं। उनका सपना था कि बेटी सिविल सर्विस में जाए।
स्कूलिंग के बाद गरिमा दिल्ली आ गईं और सेंट स्टीफंस कॉलेज से उन्होंने बीए और MA इतिहास की डिग्री हासिल की।
गरिमा ने कॉलेज के साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने साल 2012 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी।
गरिमा बताती हैं कि यूपीएससी पर फोकस करने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली, यहां तक की दोस्ती यारी भी कम कर दी।
अपने पहले ही प्रयास में गरिमा को यूपीएससी में सफलता हासिल हुई और वो IPS के लिए चुनी गईं।
बतौर IPS नौकरी करते हुए गरिमा ने साल 2015 में UPSC की परीक्षा दी और इस बार उनका चयन IAS के लिए हो गया।
गरिमा सिंह झारखंड कैडर में तैनात हैं। IAS में चुने जाने के बाद उन्होंने राष्ट्रपति के सामने स्पीच भी दिया है।
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