Nov 1, 2024
अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत पर कब्जा कर लिया था, उनकी सबसे बड़ी ताकत आधुनिक हथियार थे।
Credit: meta-ai
इतनी ताकत होने के बावजूद उन्हें औरंगजेब ने ऐसे हराया था, जैसे कोई बड़ा किसी बच्चे से लड़ रहा हो।
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इस युद्ध को 'चाइल्ड वॉर' कहा गया, हालांकि यहां चाइल्ड का ये मतलब नहीं कि औरंगजेब ने बच्चों की तरह अंग्रेजों को हराया।
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वास्तव में अंग्रेजों की सेना को जो नेतृत्व कर रहा था उसका नाम चाइल्ड था।
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असल में इस युद्ध का नाम Anglo-Mughal war है।
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ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की यह सबसे बुरी हार थी। ये भारतीय उपमहाद्वीप पर पहला एंग्लो-इंडियन युद्ध था।
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जानकारी को आगे बढ़ाते हुए बता दें, कि करारी हार के बाद अंग्रेजों को औरंगजेब के दरबार में लेटकर माफी मांगनी पड़ी।
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औरंगजेब को आलमगीर भी कहा जाता है, औरंगजेब का शासन काबुल से ढाका और कश्मीर से पुड्डुचेरी तक फैला था।
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औरंगजेब की फौजें दक्कन के सुल्तानों, अफगानों, और मराठाओं से लड़-लड़कर अनुभवी हो चुकी थीं।
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