Sep 19, 2023
आपने कई ऊंची ऊंची प्रतिमाएं देखी होंगी लेकिन स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ऐसी विशाल प्रतिमा है, जिसे तूफान तो क्या भूकंप के झटके भी झेल सकता है। जानिये ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें।
Credit: canva
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारतीय नेता सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में बनाया गया है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण 31 अक्टूबर 2018 को किया गया था।
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विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति यानी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर ऊंची है, यह इतना विशाल है, कि इसे करीबन 7 किमी दूर से भी देखा जा सकता है।
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सरदार सरोवर बांध, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी रोड, केवडिया, गुजरात
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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने के लिए 300 इंजीनियरों और 3000 श्रमिकों ने लगभग साढ़े तीन साल का वक्त लिया।
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मूर्ती का बेस यानी आधार बनाने के लिए 129 टन से ज्यादा स्क्रैप लोहे का उपयोग किया गया, यही कारण है इस पर तेज हवा या भूकंप का कोई खास असर नहीं होगा।
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'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को विशेष तरह से डिजाइन किया गया है, जिसस कि यह 60 मीटर/सेकेंड जितनी तेज हवा और 6 रिक्टर पैमाने पर आए भूकंप के झटकों आसानी से झेल लेगी।
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मूर्ती बने हुए जितना समय होता जाएगा, इसका रंग भी बदलता जाएगा। चूंकि यह कांस्य धातु से बनी है, जिसका लंबे समय बाद हरा रंग हो जाता है। इस रासायनिक प्रक्रिया को ऑक्सीकरण कहते हैं।
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'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के पैर में चार हाई-स्पीड लिफ्ट हैं, जो कि केवल 30 सेकंड में लगभग 26 लोगों को ही टॉप पर ले जा सकती है। इसके अलावा यहां नाइट शो भी होता है।
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