Apr 6, 2023
योगी सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री रहीं स्वाति सिंह का रिश्ता 22 साल बाद खत्म हो गया है। लखनऊ की पारिवारिक न्यायालय के अपर प्रधान न्यायाधीश देवेंद्र नाथ सिंह ने दोनों की तलाक की अर्जी पर मुहर लगा दी है।
Credit: Social-Media
स्वाति सिंह ने 2012 में तलाक की अर्जी दाखिल की थी, जिसके कोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसके बाद 2022 में स्वाति सिंह ने दोबारा अर्जी दाखिल की थी और सुनवाई की अपील की थी, जिस पर कोर्ट ने अपनी मुहर लगा दी।
Credit: Social-Media
दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह की शादी 18 मई, 2001 को हुई थी। इन दोनों के दो बच्चे हैं, जिसमें एक बेटा और एक बेटी है।
Credit: Social-Media
स्वाति सिंह एक सामान्य महिला थीं और घर संभालती थीं। रातोंरात राजनीति में उनकी एंट्री हुई और घर की रसोई से निकलकर वह विधानसभा तक पहुंची।
Credit: Social-Media
साल 2017 में भाजपा ने उनके पति दयाशंकर की जगह उन्हें सरोजिनी नगर लखनऊ से चुनाव मैदान में उतारा और वह विधायक चुनी गईं।
Credit: Social-Media
स्वाति सिंह योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहीं। उससे पहले वह सीधे भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष बनीं। इससे पहले राजनीति से उनका कोई नाता नहीं था।
Credit: Social-Media
स्वाति सिंह ने 2001 में इलाहाबाद के एमएनआरईसी मौजूदा समय में एमएनएनआईटी से एमएमएस किया है। उन्होंने 2007 में लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलएम किया। मूलरूप से स्वाति सिंह बलिया की रहने वाली हैं।
Credit: Social-Media
दयाशंकर और स्वाति सिंह के बीच रिश्ते की शुरुआत एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के कार्यक्रमों से हुई थी। उस समय स्वाति सिंह इलाहाबाद से शिक्षा ले रही थीं और दयाशंकर सिंह लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति कर रहे थे।
Credit: Social-Media
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रमों में दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों के बीच मेलजोल बढ़ता चला गया ओर दोनों ने शादी कर ली।
Credit: Social-Media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स