Nov 13, 2024

जॉब हॉपिंग क्या है, जिसके चलते नहीं मिलती अच्छी सैलरी वाली नौकरी

Ravi Mallick

प्राइवेट सेक्टर की नौकरी

प्राइवेट सेक्टर में नौकरियों का विस्तार काफी तेजी से हुआ है। यही वजह है कि प्राइवेट सेक्टर के तर्ज पर ही सरकारी विभागों में भी बदलाव होने लगे हैं।

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जॉब हॉपिंग

प्राइवेट सेक्टर में एक शब्द जॉब हॉपिंग काफी ज्यादा प्रचलित है। कहा जाता है जॉब हॉपिंग की वजह से अच्छी सैलरी वाली नौकरी नहीं मिल पाती है।

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क्या है जॉब हॉपिंग?

किसी एक कर्मचारी का अपने करियर के दौरान लगातार छोटी-छोटी अवधि में नौकरी बदलने को जॉब हॉपिंग कहा जाता है।

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फायदे और नुकसान

जॉब हॉपिंग के फायदे और कई नुकसान भी हैं। आगे की स्लाइड्स में फायदे और नुकसान को समझ सकते हैं।

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जॉब हॉपिंग के फायदे

जॉब हॉपिंग करके आप कम समय में कंपनियां बदलकर अपनी सैलरी ज्यादा बड़ी कर सकते हैं।

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कार्य अनुभव

जॉब हॉपिंग के चलते आपको कई अलग-अलग कंपनियों में काम करने का मौका मिलता है।

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जॉब हॉपिंग के नुकसान

प्राइवेट सेक्टर में जॉब हॉपिंग के कई नुकसान भी हैं, जैसे कम समय में ज्यादा सैलरी बढ़ जाने पर नई कंपनियां हायर करने से बचती हैं।

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सैलरी डिमांड रिजेक्ट

कार्य अनुभव कम और सैलरी ज्यादा होने पर जॉब स्विच करते समय सैलरी डिमांड रिजेक्ट हो जाती है।

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