BAMS और BHMS डॉक्टर में क्या होता है अंतर, आधे से ज्यादा लोग नहीं जानते
Aditya Singh
डॉक्टर बनने के लिए
डॉक्टर बनने के लिए अधिकतर स्टूडेंट की चाह एमबीबीएस करने की होती है।
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BAMS और BHMS में क्या होता है अंतर
लेकिन क्या आप जानते हैं कि BAMS और BHMS डॉक्टर में क्या अंतर होता है।
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आप भी नहीं जानते
अगर आप भी नहीं जानते हैं बीएएमएस और बीएचएमएस में क्या अंतर होता है तो यहां जान लीजिए।
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बीएएमएस का फुलफॉर्म
बता दें बीएएमएस का फुलफॉर्म बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी होता है।
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बीएचएमएस का फुलफॉर्म
जबकि बीएचएमएस का फुलफॉर्म बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी होता है।
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इतने साल का कोर्स
बीएएमएस का कोर्स भी मेडिकल के दूसरे कोर्सेज की तरह साढ़े पांच साल का होता है।
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आयुर्वेदिक डॉक्टर
यहां मुख्य रूप से आयुर्वेदिक के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स को करने वाले लोग आयुर्वेदिक डॉक्टर कहलाते हैं।
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होम्योपैथी में स्नातक
वहीं बैचलर ऑफ होम्पैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) करने के बाद होम्योपैथी में स्नातक डिग्री मिलती है। इस कोर्स की अवधि भी साढ़े पांच साल होती है।
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बीएएमएस का फुलफॉर्म
भारत में BAMS के लिए कुल 31811 सीटें हैं, जिसमें सरकारी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों में 4257, 21 सरकारी सहायता प्राप्त आयुर्वेदिक कॉलेजों में 1410 और सरकारी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों में 57 सीटें हैं।
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