अधिकार और कर्तव्य में क्या फर्क होता है, आज समझ लें ये अंतर

Neelaksh Singh

Nov 29, 2024

अधिकार और कर्तव्य में अंतर

कई लोगों को लगता होगा कि अधिकार और कर्तव्य दोनों एक चीज हो सकती है लेकिन ऐसा नहीं है। हालांकि ये दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।

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अधिकार और कर्तव्य की अंग्रेजी

अधिकार को अंग्रेजी में Rites कहते हैं। जबकि कर्तव्य को अंग्रेजी में Duty कहते हैं।

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अधिकार का मतलब

अधिकार यानी हकदारी, या ऐसे दावे जो समाज और कानून की सहमति से प्राप्त होते हैं।

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कर्तव्य का मतलब

किसी इंसान से समाज से जिन कार्यों को करने की अपेक्षा की जाती है, वे कार्य उस इंसान के लिए कर्तव्य कहलाते हैं।

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Babita Mam ने समझया टॉपिक

इस टॉपिक को Babita Mam ने भी आसानी से समझाया है। जो कि एक मोटिवेशनल स्कीपर के अलावा शिक्षक भी हैं। और एक निजी शिक्षण संस्थान को चलाती हैं।

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अधिकार को समझें

Babita Mam कहती हैं 'आपका अधिकार है कि आप अच्छी जिंदगी जिएं, पढ़ें लिखें, बढ़िया खाएं पिएं, अच्छा पहने ओढ़ें, बढ़िया संगी साथी चुने।'

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अधिकार पाने के लिए निभाना होता है कर्तव्य

लेकिन ये सब अधिकार पाने के लिए आपको अपने काम में मेहनत करनी होगी, अच्छे से पढ़ाई करनी होगी, एक मुकाम हासिल करना होगा। यानी कुल मिलाकर अपने कर्तव्यों को अच्छे से निभाना होगा।

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दूसरे शब्दों में

अधिकारों से मतलब है कि व्यक्ति की कुछ स्वतंत्रताएं, जबकि कर्तव्यों का मतलब है कि व्यक्ति पर समाज के प्रति दायित्व।

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भारतीय संविधान में मूल अधिकार

ये भी जानें कि भारतीय संविधान में व्यक्ति की मूल अधिकारों (Fundamental Rights) की व्यवस्था की गई है, जिन्हें व्यक्ति का अधिकार कहते हैं।

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भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य

इसी तर​ह भारतीय संविधान में मूल कर्तव्यों की भी व्यवस्था की गई है, उदाहरण के लिए समय पर टैक्स देना। मूल कर्तव्यों का पालन न होने की स्थिति में राज्य या कानून उनसे उनके अधिकार छीन भी सकता है।

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