Nov 21, 2024
इंजीनियरिंग के कई ब्रांच होते हैं। अगर सबसे कठिन ब्रांच की बात की जाए तो मैकेनिकल इंजीनियर का नाम सबसे ऊपर आता है।
Credit: Istock
12वीं के बाद भारी संख्या में छात्र मैकेनिकल इंजीनियर कोर्स को चुनते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह मार्केट में जॉब की डिमांड है।
मैकेनिकल इंजीनियर्स को प्राइवेट सेक्टर में हाई पैकेज पर हायर किया जाता है।
रेलवे, ISRO, UPPCL और HAL जैसी विभागों में मैकेनिकल इंजीनियर के लिए बंपर भर्तियां निकलती हैं।
मैकेनिकल इंजीनियर को ऑटोमोबाइल इंजीनियर, मेन्टेनेंस टेक्नीशियन और कंट्रोल इंजीनियर जैसे पोस्ट पर जॉब मिलती है।
IITs, NITs और IIITs में मैकेनिकल इंजीनियर को शानदार पैकेज पर प्लेसमेंट मिलता है।
मैकेनिकल इंजीनियर को करियर के शुरुआत में 7 से 10 लाख रुपये सालाना मिल सकता है।
मैकेनिकल इंजीनियर को कार्य अनुभव के बाद 20 से 30 लाख तक सैलरी पैकेज हो सकता है। साथ ही विदेश में भी नौकरी के मौके रहते हैं।
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स