Jan 14, 2025
महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है, इस बार ये पवित्र मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा।
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सबसे पहले ये जानें कि कुंभ, अर्धकुंभ और महाकुंभ में अंतर होता है। अगर आप भी कंफ्यूज होते हैं कि तो आज इसे आसान भाषा में समझ लें।
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कुंभ मेले का आयोजन हर 3 साल में किया जाता है।
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कुंभ मेले का आयोजन सिर्फ चार जगह नासिक, हरिद्वार, प्रयागराज और उज्जैन में होता है।
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हर 6 साल में अर्धकुंभ का आयोजन किया जाता है।
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अर्धकुंभ मेले का आयोजन केवल प्रयागराज और हरिद्वार में होता है।
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महाकुंभ इन सारे कुंभ में सबसे विशेष है, यह 144 साल में एक बार पड़ता है। इस बार महाकुंभ का योग बना है।
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महाकुंभ मेले का आयोजन केवल प्रयागराज में किया जाता है।
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नागा साधु एक कठिन जीवन व्यतीत करते हैं, और तपस्या में लीन रहते हैं। ये कुंभ के पहले या कुंभ के बाद एकांत (जंगल या पहाड़) में रहते हैं। ये केवल धार्मिक मेलों में नजर आते हैं।
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ये किसी भी मौसम में कपड़े नहीं पहनते हैं, प्रकृति को अपना कपड़ा मानते हैं। ये संसारिक जीवन को छोड़कर गुरू की कठिन सेवा करते हैं, फिर दीक्षा प्राप्त करके एकांत में चले जाते हैं।
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