Dec 13, 2024
भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन से लेकर काम करने का अधिकार बहुत रोचक है।
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यूपीएससी परीक्षा शानदार रैंक से क्रैक करने वालों को IAS कैडर मिलता है।
एक आईएएस को सबसे ज्यादा पावर डीएम यानी डिप्टी मजिस्ट्रेट के पोस्ट पर आने के बाद मिलता है।
डीएम का पावर जिले में कानून व्यवस्था सही तरीके से बनाने की होती है। इस दौरान उनका अधिकार सभी सरकारी कार्यालयों में निरीक्षण का होता है।
एक डीएम के पास जिले के अंदर कई अधिकारियों को सस्पेंड करने का अधिकार होता है।
आईएएस अधिकारी के पास दोषी पाए जाने पर ग्रुप सी और ग्रुप डी वर्ग के कर्मचारियों को सस्पेंड करने का अधिकार होता है।
डीएम नायब तहसीलदार, प्रभारी तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो, SDM, पेशगार और बाबू तक को सस्पेंड कर सकता है।
एक IAS अधिकारी अपने जिले के अंदर आने वाले VDO, BDO, ग्राम पंचायत सचिव, हेड क्लर्क, नर्सिंग ऑफिसर, सरकारी नर्स और डॉक्टर को सस्पेंड कर सकता है।
एक IAS ऑफिसर गलती पाए जाने पर सरकारी अध्यापक, आंगनवाड़ी पर्वेक्षक, इसके अलावा वो SP को बोलकर इंस्पेक्टर तक को लाइन हाजीर करवा सकता है।
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