Dec 31, 2024
मुगल बादशाह अकबर के दरबार में नौ रत्न थे, यानी सबसे खास नौ सलाहकार, इन्हीं में से एक थे राजा बीरबल।
Credit: TNN-and-Meta-AI
राजा बीरबल को उनके तेज दिमाग के लिए जाना जाता है, आज की भाषा में बात करें तो सबसे तेज उस समय राजा बीरबल का IQ था।
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मुगल बादशाह अकबर जब भी किसी निर्णण को लेने में फंसते, तो वो राजा बीरबल को याद करते और बीरबल हमेशा उनकी उम्मीदों पर खरे उतरते।
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राजा बीरबल का असली नाम महेश दास था। वे बचपन से तीव्र बुद्धि के थे। वे हमेशा ऐसा सॉल्यूशन निकालते कि किसीप
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बीरबल, अकबर के दरबार में प्रमुख वजीर थे। वे एक कुशल योद्धा नहीं थे लेकिन दिमाग के धनी थे, इसलिए अकबर की करीबी सलाहकार थे।
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इनकी चतुराई और बुद्धिमत्ता की कहानियां आज तक किताबों में मिलती हैं। इनके तेज आईक्यू की वजह से अकबर इनसे सलाह मशवरा करना पसंद करते थे।
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1528 में मध्य प्रदेश के घोघरा गांव में बीरबल का जन्म हुआ था। हालांकि उनसे जुड़ी जानकारी को लेकर मतभिन्नताएं हैं।
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इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, उनके पिता का नाम गंगा दास और मां का नाम अनभा दवितो था।
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