Jul 18, 2023

​​आखिर कौन थे Robert Oppenhiemer, भगवत गीता से था ये खास कनेक्शन​

अंकिता पांडे

​​फादर ऑफ एटम बम​

​आज हम आपको 'फादर ऑफ एटम बम' कहे जाने वाले रॉबर्ट ओपेनहाइमर के बारे में बताने जा रहे हैं।​

Credit: Instagram-iStock

​​​1904 में जन्म​

​साल 1904 में जन्में रॉबर्ट ओपेनहाइमर, अमेरिका के थ्योरेटिकल फिजिक्स के विद्वान थे।​

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​​​परमाणु बम बनाने का मकसद​

​ओपेनहाइमर ने 'मैनहट्टन प्रोजेक्ट' का नेतृत्व किया था, जिसका मकसद नाजी जर्मनी से पहले परमाणु बम बनाना था।​

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​​एटम बम परीक्षण​

​पहला एटम बम परीक्षण ओपेनहाइमर की देख-रेख में 16 जुलाई 1945 को अमेरिका में किया गया था।​

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​​हिरोशिमा और नागासाकी​

​इसके बाद अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को हिरोशिमा और फिर 9 अगस्त 1945 में नागासाकी पर को दो परमाणु बम गिराए थे। ​

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​​​भगवत गीता का हवाला ​

​साल 1965 में परमाणु बम के पहले विस्फोट पर ओपेनहाइमर ने भगवत गीता का हवाला दिया था।​

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​​ओपेनहाइमर ने सीखी संस्कृत​

​कम ही लोग जानते होंगे कि ओपनहाइमर ने भगवत गीता पढ़ने के लिए संस्कृत सिखी थी।​

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​​मैं मृत्यु बन गया हूं​

​ओपेनहाइमर ने कहा था, "कृष्ण अर्जुन को मनाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें अपना कर्तव्य निभाना चाहिए और उस दौरान भगवान श्रीकृष्ण विराट रूप धारण करते हैं और कहते हैं, 'अब, मैं मृत्यु बन गया हूं, दुनिया का विनाशक।'​

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​​परमाणु हथियारों की क्षमता​

​रॉबर्ट ओपेनहाइमर इस लाइन के जरिए परमाणु हथियारों की भयानक और विनाशकारी क्षमता के बारे में बताते रहते थे।​

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