Jan 15, 2025
फिल्मों में आपने देखा होगा कि फांसी की सजा सुनाने के बाद जज साहब पेन की निब तोड़ देते हैं।
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लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि फांसी की सजा सुनाने के बाद जज पेन की निब क्यों तोड़ते हैं?
फांसी की सजा सुनाने के बाद पेन की निब तोड़ने की प्रथा अंग्रेजों के जमाने से शुरू हुई थी।
भारत में जब ब्रिटिश राज था उस समय मौत की सजा सुनाने के बाद कलम तोड़ दी जाती थी।
भारत के कानून में सबसे बड़ी सजा फांसी की होती है। यह सजा जघन्य अपराधों के लिए सुनाई जाती है।
ऐसा माना जाता है कि सजा सुनाने के बाद पेन की निब इसलिए तोड़ दी जाती है ताकि ऐसा जघन्य अपराध दोबारा न हो।
पेन की निब तोड़ने की एक वजह यह भी बताई जाती है कि जिस पेन से किसी की मौत लिखी गई हो उसका दोबारा इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
मौत का फैसला लिखने के बाद निब तोड़ने का यही भी मतलब है कि अब इस फैसले को स्वयं जज भी बदल नहीं सकते हैं।
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