Jan 27, 2023
सामान्य तौर पर स्वस्थ इंसान में फास्टिंग में सुगर का स्तर 100 से कम और रैंडम 170 से कम होना चाहिए।
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अमेरिकी दवा कंपनियों ने बनाई Tzield, टाइप-1 डायबिटीज होने से रोकती है।
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शरीर में पैंक्रियास से इंसुलिन का स्राव होता है जो ग्लुकोज की मात्रा को संतुलित करने के लिए जरूरी होता है। ऐसा ना होने पर टाइप 1 डायबिटीज होता है।
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पैंक्रियास जब सामान्य स्तर पर इंसुलिन का स्राव नहीं करता है तो टाइप 2 डायबिटीज की समस्या आती है।
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पैंक्रियास में बीटा सेल जब सही तरीके से काम नहीं करते हैं तो सुगर की समस्या सामने आती है।
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भारत को तो डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है। आंकड़ों के मुताबिक 10 में से एक व्यक्ति सुगर की चपेट में
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ProventionBio और Sanofi ने टाइप-1 डायबिटीज को रोकने के लिए Tzield नाम की दवा बनाई है।
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टाइप 1 डायबिटीज के संबंध में जो दवा आई है उसे क्रांतिकारी बताया जा रहा है।
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सुगर के बारे में कहा जाता है कि यह लाइफस्टाइल की दिक्कत है। डॉक्टर भी कहते हैं कि लोगों को अपने खानपान में उचित बदलाव करना चाहिए।
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