Jan 22, 2023
BY: मेधा चावलामहिलाओं की बॉडी में उम्र बढ़ते के साथ हार्मोन्स के स्तरों में भी बदलाव आते रहते हैं। लेकिन कई बार ये लेवल्स जरूरत से ज्यादा कम या ज्यादा हो जाते हैं।
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अचानक से वजन बढ़ना या घट जाना, डिप्रेशन, एंजाइटी, बांझपन, अनियमित पीरियड्स, नींद न आना, खानपान में बदलाव, सेक्स की इच्छा कम होना, अपचन हार्मोनल इंबैलेंस के लक्षण हैं।
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हार्मोनल इम्बैलेंस के इलाज के तौर पर दवाएं रिकमेंड की जाती हैं। लेकिन उन दवाओं से बहुत गंभीर साइड इफेक्ट्स होते हैं।
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हार्मोन्स की गड़बड़ी योग, आसन, प्राणायाम, मुद्रा, ध्यान के माध्यम से दुरुस्त की जा सकती है।
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PCOS और थायराइड की समस्या से परेशान महिलाओं के लिए ये मुद्रा बेस्ट है। इसको करना काफी आसान और असरदार है।
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हार्मोनल इम्बैलेंस सही करने के लिए आसन भी बहुत इफेक्टिव होते हैं। महिलाओं को भद्रासन, भुजंगासन और सेतुबंधासन जरूर करना चाहिए। भद्रासन खासतौर से प्रेग्नेंसी के दौरान करना अच्छा है।
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हार्मोन्स की गड़बड़ी तभी ठीक होगी, जब आपका लाइफस्टाइल सही होगा। जिसमें खाना जरूरी है, तो प्रोटीन से भरपूर डाइट लें। दाल, डेयरी उत्पाद, नट्स, सब्जियां जरूर खाएं। रिफाइंड शुगर, जंक न खाएं, इससे, ब्रेस्ट और ओवेरियन कैंसर हो सकता है।
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शरीर के हार्मोन्स को संतुलित रखने के लिए अनुलोम विलोम बहुत हेल्पफुल रहता है। इससे दिमाग, श्वांस, एनर्जी लेवल्स, मानसिक रोग सब ठीक रहते हैं।
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इस योग के माध्यम से शरीर का स्ट्रेस लेवल कम होता है। क्योंकि ये रिलेक्सिंग आसन स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है।
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