Apr 10, 2024
गर्मियों के साथ ही शुरू हो जाता है तरबूजों का सीजन। तरबूज खाने से गर्मियों में होने वाली डिहाइड्रेशन से बचा जा सकता है।
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तरबूजा ना सिर्फ हमें हाइड्रेट रखता है बल्कि वेट लॉस में भी यह काफी कारगर है। कुछ शोध बताते हैं कि ये कैंसर के खतरे को भी कम करता है।
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आम सोच ये है कि तरबूजा अंदर से जितना लाल होगा उतना ही मीठा भी होगा। इसी सोच का कुछ व्यापारी फायदा उठाते हैं जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक है।
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हो ये रहा है कि तरबूज को लाल और ताजा दिखाने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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यह तरबूज दिखने में तो अच्छा होता है लेकिन इसके कारण कई बीमारियां हो सकती हैं।
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खाद्य सामग्रियों पर नजर रखने वाली भारत सरकार की संस्था FSSAI के मुताबिक तरबूज के अंदर इंजेक्शन से प्रतिबंधित एरिथ्रोसिन केमिकल डाला जाता है।
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यह एक तरह की लाल डाई है जिसे मिठाई, कैंडी, ड्रिंक्स में मिलाया जाता है। पेट में एरीथ्रोसिन केमिकल जाने से उल्टी, पेट दर्द, दस्त, जी मिचलाना सहित थायराइड जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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तरबूज को बीच से काट लें। रूई की एक छोटी बॉल बनाकर तरबूजे के लाल गूदे के ऊपर रगड़ें। अगर रूई पर रंग चढ़ता है तो समझ जाएं कि यह तरबूज केमिकल से लाल किया गया है।
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अगर रूई की बॉल पर किसी तरह का कोई रंग नहीं चढ़ता है तो समझ जाएं कि यह तरबूज प्राकृतिक तौर पर लाल है। ऐसे तरबूज खूब मीठे भी होंगे।
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