​हिंदू होते हुए बीरबल ने इस धर्म को क्यों कर लिया था स्वीकार?

Ramanuj Singh

Oct 23, 2023

मुगल बादशाह अकबर ने दीन ए इलाही धर्म लाया था वे प्रधान पुरोहित भी थे।

Credit: commons-wikimedia/bccl

दीन ए इलाही धर्म स्वीकार करने वाले प्रथम एवं अंतिम हिंदू राजा बीरबल थे।

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दीन-ए-इलाही 1582 ईसवी में मुगल सम्राट अकबर का एक समरूप धर्म था।

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दीन-ए-इलाही में सभी धर्मों के मूल तत्व डाले गए थे।

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दीन-ए-इलाही धर्म में हिंदू एवं इस्लाम धर्म के अत्यधिक विचार थे।

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पारसी, जैन एवं ईसाई धर्म के मूल विचारों को भी सम्मलित किया गया था।

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इस धर्म के प्रचार के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया गया केवल अकबर के विश्वस्त लोग ही मानते थे।

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अकबर के अलावा केवल राजा बीरबल ही मृत्यु तक इस धर्म के अनुयायी थे।

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अकबर ने महेशदास नामक ब्राह्मण को राजा बीरबल की पदवी दी थी।

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