Dec 15, 2022
BY: ललित राय23 नवंबर को सर्वर हैक होने से AIIMS का कामकाज ठप हो गया था..कई दिनों तक मरीज बहुत परेशान हुए थे, OPD से लेकर ऑपरेशन तक सभी काम अटक गये थे।
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अब खुलासा हुआ है कि ये बहुत बड़ा साइबर अटैक था जिसमें चीन का हाथ है यानी चीन में बैठे हैकर ने दिल्ली के AIIMS अस्पताल के सर्वर की सुरक्षा को पहले हैक किया और फिर मरीजों से जुड़ी जानकारियों को चुरा लिया।
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दिल्ली पुलिस ने सर्वर हैक के मामले में एक FIR दर्ज की है जिसके मुताबिक सर्वर की हैकिंग चीन और हॉन्गकॉन्ग से की गई थी...
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चीन के हैकर ने इस घटना के 7 दिन बाद यानी 30 नवबंर को Indian Council of Medical Research यानी ICMR की वेबसाइट को 24 घंटे के अंदर 6 हज़ार बार हैक करने की कोशिश की थी। हैकर ने AIIMS के 100 सर्वर्स में 5 सर्वर को हैकर से चंगुल से छुड़ा लिया है।
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चीन को इस बात से दिक्कत होती है कि भारत मेडिकल टूरिज्म के बिजनेस में आगे क्यों बढ़ रहा है। दिल्ली एम्स में हर साल लाखों लोग दिल की बीमारी का इलाज कराने आते हैं।
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अगर दिल्ली एम्स की बात करें तो लाखों की संख्या में ना सिर्फ मरीज किडनी के इलाज के लिए आते हैं बल्कि बड़ी संख्या में ट्रांसप्लांट भी होता है। हैंकिंग के जरिए मेडिकल प्रेस्क्रिप्शन के साथ साथ दूसरी जानकारियां चीन के लिये मददगार हो सकती है।
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अंग प्रत्यारोपण का दिल्ली एम्स बड़ा सेंटर है, यहां पर लीवर से संबंधित बीमारियों का इलाज होता है। सायबर अटैक के जरिए डेटा बैंक में सेंध लगाकर महत्वूपूर्ण जानकारी चीन हासिल कर सकता है जिसे वो अपने शोध कार्यों में इस्तेमाल कर सकता है।
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मेडिकल टूरिज्म के लिए भारत को जाना जाता है। दुनिया के अलग अलग मुल्कों के लिए लोग यहां इलाज के लिए आते हैं। चीन को लगता है कि भारत की आर्थिक तरक्की को रोकने के लिए मेडिकल सेक्टर को नुकसान पहुंचाना जरूरी है।
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