Dec 13, 2023

भारत की वो झील, जहां काम नहीं करता कम्पास, NASA भी है हैरान

शिशुपाल कुमार

भारत के महाराष्ट्र में एक ऐसी झील है, जिसके रहस्यों को सुलझाने में नासा भी लगा है

Credit: NASA

नासा का करिश्मा

लाखों साल पुरानी झील

करीबन 5 लाख 70 हजार साल पुरानी लोनार झील के बारे में आपको पुराणों, वेदों और दंत कथाओं में देखने को मिल जाएगा

Credit: Maharashtra-Tourism

नहीं काम करता कम्पास

ऐसा कहा जाता है कि अकबर इस झील का पानी सूप में डालकर पिया करता था, यहां कम्पास भी काम नहीं करता है

Credit: wikipedia

1823 में मिली पहचान

इस झील को मान्यता तब मिली जब 1823 में ब्रिटिश अधिकारी जेई अलेक्जेंडर इस जगह पर आए थे

Credit: Maharashtra-Tourism

पानी हो चुका है गुलाबी

झील का ऊपरी हिस्सा करीबन 7 किमी है। झील करीबन 150 मीटर गहरी है, लोनार झील का पानी एक बार गुलाबी भी हो चुका है

Credit: dubeyji08

गिरा था उल्कापिंड

नासा ने भी इस झील को लेकर रिसर्च किया, वैज्ञानिकों ने पाया कि यह झील उल्का पिंड के गिरने की वजह से बना है

Credit: european-union

10 लाख टन वजन

ऐसा माना जाता है कि उल्का पिंड पृथ्वी से टकरा गया था, जो कि 10 लाख टन रहा होगा

Credit: pixabay

पिघल गया उल्कापिंड

ये 22 किमी प्रति सेकेंड की गति से पृथ्वी से टकरा गया था, तब तापमान 1800 डिग्री थी, जिस वजह से उल्का पिंड पिघल गया होगा

Credit: CMOMaharashtra

थी दो झील

लोनार झील के पास ही उल्का पिंड के टकराने से दो झील बनी थी, लेकिन अब दोनों गायब हो चुकी हैं

Credit: european-union

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