देखें दिल्ली-मेरठ RapidX रेल कोच की पहली झलक, विमान जैसी सुविधा और बहुत कुछ
Ramanuj Singh
RRTS के कोचों में है खास सुविधाएं
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (RRTS) के प्राथमिकता खंड के उद्घाटन के बाद यात्री कोचों में विमान जैसी बैठने की व्यवस्था है। जिसमें आरामदायक, आगे पीछे होने वाली सीटें हैं।
Credit: Twiter/TOI
RRTS के कोचों की आई पहली तस्वीर
हाई-स्पीड आरआरटीएस जिसे रैपिडएक्स प्रोजेक्ट के रूप में भी जाना जाता है। इस ट्रेन में यात्रा से पहले इस ट्रेन के कोचों की पहली तस्वीर देख सकते हैं।
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हाई-टेक कोचों में है डिजिटल स्क्रीन
RRTS में झुकने वाली सीटों और बड़ी खिड़कियों के अलावा हाई-टेक कोचों में डिजिटल स्क्रीन है। जो यात्रियों को किसी भी समय ट्रेन अपने रूट पर कहां है साथ ही ट्रेन की वर्तमान स्पीड भी दिखाएगी।
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प्रत्येक ट्रेन में प्रीमियम और स्टैंडर्ड कोच
प्रत्येक ट्रेन में छह कोच एक प्रीमियम और पांच स्टैंडर्ड होंगे। प्रीमियम कोचों के लिए अधिक किराया होगा।
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एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित
मानक कोचों में से एक महिलाओं के लिए आरक्षित होगा। 50% से अधिक कर्मचारी महिलाएं होंगी।
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15-15 मिनट पर मिलेंगी ट्रेन
प्रीमियम टिकट धारकों के लिए स्टेशनों पर एक वेटिंग लाउंज भी होगा। यात्रियों के लिए पहली ट्रेन शनिवार को चलेगी और शुरुआत में इसकी फ्रीक्वेंसी 15 मिनट की होगी। प्रत्येक स्टेशन पर ट्रेनें 30 सेकंड के लिए रुकेंगी।
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अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा
आरआरटीएस सामान्य रेलवे प्रणाली और मेट्रो नेटवर्क दोनों से अलग होगा क्योंकि यह भारत की पहली रेलवे प्रणाली होगी जिसकी अधिकतम परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
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रूट पर हैं 14 स्टेशन
आरआरटीएस ट्रेन पर 14 स्टेशन होंगे और औसत गति 100 किमी प्रति घंटा होने की उम्मीद है। प्रदर्शन के दौरान ट्रेन की अधिकतम गति 146 किमी प्रति घंटा थी।
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साहिबाबाद से दुहाई डिपो खंड का होगा उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे साहिबाबाद से दुहाई डिपो खंड का उद्घाटन करेंगे, जिसमें कुल पांच स्टेशन हैं - साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो। इस दूरी को तय करने में 15-17 मिनट का समय लगेगा।
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