भारत ने किया एक और चमत्कार, समुद्र के ऊपर बना डाला ग्लास ब्रिज
Amit Mandal
भारत का पहला ग्लास ब्रिज
तमिलनाडु के कन्याकुमारी में भारत का पहला ग्लास ब्रिज खुल गया है। इसे देखकर एकबारगी आपको भी यकीन नहीं होगा कि यह इतना शानदार है।
Credit: PTI
इंजीनियरिंग का चमत्कार
कन्याकुमारी में स्थित यह इंजीनियरिंग चमत्कार दो प्रतिष्ठित स्थलों विवेकानंद रॉक मेमोरियल और 133 फुट की तिरुवल्लुवर प्रतिमा को जोड़ता है।
Credit: PTI
37 करोड़ रुपये की लागत
यह पुल, तमिलनाडु सरकार की 37 करोड़ रुपये की पहल का हिस्सा है, यह क्षेत्र के पर्यटन बुनियादी ढांचे में इजाफा करेगा।
Credit: PTI
ऐतिहासिक आकर्षण बनेगा
पुल का निर्माण एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में कन्याकुमारी के आकर्षण को बढ़ाने के लिए किया गया है।
Credit: PTI
पर्यटकों को खींचेगा
उम्मीद है कि कांच का यह पुल कन्याकुमारी में एक ऐतिहासिक आकर्षण बन जाएगा, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
Credit: PTI
ग्लास ब्रिज की खासियतें
आयाम और डिजाइन: 77 मीटर लंबाई और 10 मीटर चौड़ाई में फैला, बॉलस्ट्रिंग-आर्क डिजाइन अपनी बनावट और मजबूती दोनों सुनिश्चित करता है।
Credit: PTI
समुद्र का मनमोहक नजारा
इसकी पारदर्शी कांच की सतह समुद्र का मनमोहक नजारा पेश करती है, जिससे आगंतुकों को समुद्र के ऊपर चलने का एहसास होता है।
Credit: PTI
विवेकानंद स्मारक पहुंचना आसान
पहले, आगंतुकों को विवेकानंद स्मारक और तिरुवल्लुवर प्रतिमा के बीच यात्रा करने के लिए नौका सेवाओं पर निर्भर रहना पड़ता था। इस पुल से अब आराम से चलकर यहां पहुंचा जा सकता है।
Credit: PTI
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स
Next: जवानी में मुंबई छोड़कर भागे थे दाऊद और उसके गुर्गे, अब कितने बूढ़े हो चले?