Jul 6, 2023

​इस मजबूरी में हुआ Maggi का आविष्कार, सरनेम को मिला नूडल्स का नाम ​

प्रांजुल श्रीवास्तव

Maggi की कहानी

Maggi का नाम सुनते ही बच्चे से लेकर बूढ़ों तक के मुंह में पानी आ जाता है।

Credit: Social-Media

घर-घर में पहुंची Maggi

आज यह घर-घर में खाई जाती है, लेकिन इसके बनने के पीछे की कहानी आप नहीं जानते होंगे।

Credit: Social-Media

मैगी का इतिहास

यहां हम आपको Maggi के इतिहास के बारे में बताएंगे

Credit: Social-Media

महिलाओं की मजबूरी में हुआ आविष्कार

दरअसल, Maggi स्वाद के लिए नहीं बल्कि महिलाओं की मजबूरी के लिए बनी थी।

Credit: Social-Media

महिलाओं को मिला था अधिकार

1972 में स्विट्जरलैंड में इंडिस्ट्रियल क्रांति का दौर था। महिलाएं फैक्ट्री में काम करने लगी थीं, लेकिन घर के काम के साथ यह मुश्किल था।

Credit: Social-Media

​ जूलियस माइकल जोहानस मैगी​

इसी समय स्विट्जरलैंड के रहने वाले जूलियस माइकल जोहानस मैगी ने अपनी कंपनी का नाम 'मैगी' रखा।

Credit: Social-Media

1897 में बनी मैगी

जूलियस मैगी ने महिलाओं की समस्या को भांपते हुए 1897 में Maggi नूडल्स पेश किया।

Credit: Social-Media

Nestle ने खरीदी कंपनी

हालांकि, मैगी का दायरा 1947 के बार बढ़ा, जब Nestle ने कंपनी को खरीद लिया और मैगी की ब्रांडिंग शुरू कर दी।

Credit: Social-Media

1984 में आई भारत

इसके बाद दुनिया भर के तमाम देशों से होते हुए 1984 में Maggi भारत पहुंच गई।

Credit: Social-Media

हर घर की बन गई पसंद

भारत में शुरुआती दिनोंं में यह सिर्फ अमीरों की पहुंच तक सीमित थी, लेकिन बाद में धीरे-धीरे यह हर घर में पहुंच गई।

Credit: Social-Media

Thanks For Reading!

Next: Delhi-Meerut RapidX: 15 मिनट में 4 स्टेशन, वंदे भारत से ज्यादा तेज