Dec 23, 2023
द्रास को 'लद्दाख का प्रवेश द्वार' कहा जाता है। यहां तापमान माइनस 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाता है।
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सर्दियों में इस क्षेत्र का तापमान शून्य से 50 डिग्री सेंटीग्रेड तक कम हो जाता है।
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सेला दर्रा तवांग को तेजपुर और गुवाहाटी से जोड़ता है। सर्दियों में तापमान शून्य से 15 डिग्री सेल्सियस कम हो जाता है।
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लाचेन और थांगु घाटी उत्तरी सिक्किम में पड़ते हैं। सर्दियों में इस क्षेत्र में तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस चला जाता है।
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सर्दियों में स्पीति का तापमान माइनस 30 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाता है, जबकि गर्मियों में बढ़ जाता है।
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मुनिसियारी को 'मिनी कश्मीर' भी कहा जाता है। सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 10 डिग्री सेंटीग्रेड हो जाता है।
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यह सर्दियों में तापमान माइनस 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। यहां बर्फबारी देखने के लिए सैलानी आते हैं।
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लेह लद्दाख को भारत के सबसे ठंडे स्थानों में गिना जाता है। यहां का तापमान माइनस 12 डिग्री सेंटीग्रेड तक चला जाता है।
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हिमालयन रेंज के पूर्वी छोर पर स्थित ऊंचा पर्वत रोहतांग दर्रा है। यहां भी सर्दियों में तापमान माइनस 13 डिग्री तक चला जाता है।
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सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
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