Aug 2, 2023
स्वदेशी रूप से विकसित हेलीकॉप्टर-लॉन्च एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल 'हेलिना' ने सभी टेस्ट पूरे कर लिए हैं। मिसाइल को एक इमेजिंग इंफ्रा-रेड सीकर द्वारा गाइड किया जाता है।
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स्वदेशी ध्रुवास्त्र और हेलिना के सभी परीक्षणों को मंजूरी दे दी गई है। इस मिसाइल की तैनाती चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर की जाएगी।
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पिछले साल 2022 में भारतीय वायुसेना और इंडियन आर्मी ने 24 घंटे में इसके दो सफल परीक्षण किए थे। उस परीक्षण में मिसाइल को एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) से लॉन्च किया गया था।
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यह विश्व की सबसे बेहतरीन एंटी-टैंक हथियारों में से एक है। चीन-पाकिस्तान सीमा पर इसकी तैनाती होगी।
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ध्रुवास्त्र मिसाइल दुश्मनों के लिए काल है। इस मिसाइल की रफ्तार 828 किलोमीटर प्रति घंटा है।
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इसके हमले से दुश्मन के टैंक को बचने का मौका नहीं मिलता है। इस मिसाइल की रेंज 500 मीटर से 20 किलोमीटर तक है।
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ध्रुवास्त्र मिसाइल की एक और खास बात ये है कि दुश्मन टैंक पर हर मौसम में हमला करने में सक्षम है।
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इसकी लंबाई 6.1 फीट, व्यास 7.9 इंच और इसका वजन 44 किलोग्राम है, जिसमें 8 किलो विस्फोटक लगाया जा सकता है।
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