Sep 8, 2023
एस सोमनाथ बेहद सादा जीवन जीते हैं और सोशल मीडिया से दूर रहते हैं। अपनी लगन और समर्पण से इसरो को नए मुकाम पर पहुंचा रहे हैं। इस तस्वीर में देख सकते हैं कि पड़ोस के बच्चे ने उन्हें चंद्रायान-3 का मॉडल गिफ्ट किया जिसे उन्होंने प्यार से लिया।
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सोमनाथ केरल के तिरुवंतपुरम की एक फिल्म सोसाइटी के सदस्य भी रह चुके हैं क्योंकि इन्हें फिल्में देखना बहुत पसंद है। हालांकि काम के चलते उन्हें इसके लिए बेहद कम समय मिलता है।
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इनकी पत्नी जीएसटी विभाग में काम करती हैं और इनके एक बेटा और एक बेटी है। दोनों ने इंजीनियरिंग की है।
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एस सोमनाथ को 15 जनवरी 2022 को इसरो का अध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले एस सोमनाथ विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र तिरुवनंतपुरम के निदेशक भी रह चुके हैं।
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एस सोमनाथ का जन्म जुलाई 1963 अरूर, अलाप्पुझा, केरल में हुआ। इनका प्रारंभिक जीवन और शिक्षा केरल में ही पूरी हुई है।
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अपनी स्नातक की पढ़ाई के बाद एस सोमनाथ विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और ISRO से जुड़ गए थे। शुरुआत में इन्हे ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन परियोजना से जोड़ा गया।
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2010 में एस सोमनाथ वीएसएससी के एसोसिएट डायरेक्टर और जीएसएलवी एमके III लॉन्च वेहिकल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बने।
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एस सोमनाथ का मानना है कि भारत में भी निजी कंपनियों द्वारा अंतरिक्ष में व्यापार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा मिलना चाहिए।
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