Nov 19, 2022
80 के दशक में उत्तर बिहार में ख़ासतौर पर बेगूसराय में पकड़ौआ विवाह के मामलों ने खूब सुर्खियां बंटोरी थी।
Credit: BCCL
पकड़वा या पकड़ौआ विवाह यानी वो विवाह हैं जिसमें शादी योग्य लड़के का अपहरण कर लिया जाता है।
Credit: BCCL
अगर इस शादी को लेकर लड़का इंकार करता है तो उसकी पिटाई की जाती है और लात घूंसों से स्वागत होता है।
Credit: BCCL
80 के दशक में अगर कोई लड़का सरकारी नौकर है तो उसके माता पिता शादियों के सीजन में उसे घर से बाहर नहीं निकलने की ताकीद देते थे।
Credit: BCCL
लड़की वालों को यदि कोई लड़का पसंद है तो वो एक गिरोह के माध्यम से लड़के का अपहरण कर अपने घर पर उसकी शादी बेटी से करा देते हैं।
Credit: BCCL
इसी साल जून में बेगूसराय में एक डाक्टर अपने घर से इलाज करने के लिए निकला और अचानक गायब हो गया। बाद में उसका पकड़ौआ विवाह करा दिया गया
Credit: BCCL
लालू यादव और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहते ऐसे विवाह खूब जोर पकड़ा था। हालांकि अब ऐसे मामलों में कमी भी आई है, लेकिन आज भी ये विवाह हो रहे हैं।
Credit: BCCL
दरअसल बिहार में भी दहेज स्टेट्स सिंबल माना जाता है और ऐसे विवाह मूलत: दहेज से बचने के लिए किए जाते हैं।
Credit: BCCL
ऐसी शादी के लिए ना ही लड़का मानसिक तौर पर तैयार होता है ना ही लड़की। कई बार नाबालिगों की भी इसी तरह की शादी करवा दी जाती है।
Credit: BCCL
Thanks For Reading!
Find out More