Dec 10, 2024

रानी अब्बक्का के आते ही भाग खड़े होते थे दुश्मन, फिरंगियों को चटा दी थी धूल

Alok Rao

चौटा घराने में जन्मी थीं

कर्नाटक के उल्लाल नगर के प्रसिद्ध चौटा घराने में जन्मी रानी अब्बक्का का पूरा नाम अभया रानी अब्बक्का चौटा था।

Credit: Meta-AI

फिरंगियों को नाको चने चबवा दिए

करीब पांच सौ साल पहले वीरांगना रानी अब्बक्का ने फिरंगियों को नाको चने चबवा दिए थे।

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बाहरी आक्रांताओं से लड़ीं

देश में औपनिवेशिक आक्रमणकारियों के खिलाफ लड़ने वाली पहली भारतीय महिला थीं।

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1525-1570 तक शासन किया

रानी अबक्का ने उल्लाल नगर में साल 1525-1570 तक शासन किया था।

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हथियार चलाने में माहिर थीं

रानी अबक्का घुड़सवारी, तलवारबाजी और धनुर्विद्या में महारत हासिल की हुई थी।

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ज्ञानी भी थीं

साम्राज्य की शासन-व्यवस्था कैसे चलानी है, इसका ज्ञान भी इन्हें भलीभांति था।

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पुर्तगालियों के छक्के छुड़ा दिए

इनकी सेना में मुस्लिम और हिंदू दोनों समान रूप से थे। 16वीं सदी में इन्होंने अपनी वीरता पुर्तगालियों के दांत खट्टे कर दिए।

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युद्ध कौशल में महारत

युद्ध कौशल और युद्ध रणनीति तैयार करने में इन्हें महारत हासिल थी।

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लोगों में एकजुटता बनाकर रखी

पुर्तगाली हमलों के समय रानी अबक्का ने समाज के सभी धर्मों में एकजुटता बनाकर रखी।

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