Dec 6, 2024
भारत के अंतिम हिंदू सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य थे और उन्हें हेमू के नाम से भी जाना जाता था।
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हेमू ने दिल्ली के युद्ध में मुगल सेना को हराकर 1556 में खुद को दिल्ली का स्वतंत्र राजा घोषित कर दिया था।
हेमचंद्र यानी हेमू ने अपने जीवनकाल में 22 लड़ाइयां जीती थीं। हेमू ने एक साधारण परिवार में जन्म लिया था लेकिन बाद में पराक्रम योद्धा बने।
वे अलवर क्षेत्र में राजगढ़ के निकट माछेरी ग्राम में 1501 ई. में जन्मे धार्मिक संत पूरणदास के पुत्र थे।
उनका परिवार अच्छे भविष्य की कामना से रेवाड़ी आ गया था और वहीं हेमचन्द्र ने शिक्षा प्राप्त की थी। बचपन से उन्हें कुश्ती और घुड्सवारी का शौक था।
5 नवंबर, 1556 ई. को पानीपत में हेमचंद्र और मुगलों की सेनाओं में टकराव हुआ। खुद सम्राट हेमू केंद्र में सेना का संचालन कर रहे थे।
हेमू की सेना की जीत तय लग रही थी, तभी अचानक आंख में एक तीर लग जाने से वे बेहोश हो गए। हेमू को बेहोश हालत में ही सिर काट कर मार दिया गया।
उनका सिर काबुल भेजा गया और बाकी धड़ को दिल्ली के एक दरवाजे पर लटका दिया गया। इस तरह दिल्ली पर सम्राट हेमचन्द्र का 29 दिन तक का शासन खत्म हो गया।
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