Dec 10, 2022
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर से सांसद हैं। चुनाव में बीजेपी को यहां से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि बीजेपी को यहां 17 में से पांच सीटें ही मिलीं हैं। इसी विधानसभा की एक सीट नादौन से सुक्खू जीते हैं।
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अनुराग ठाकुर अपने पिता प्रेम कुमार धूमल की सीट भी नहीं बचा पाए। इस बार बीजेपी ने धूमल को टिकट नहीं दिया था। इस पूरे चुनाव में कांग्रेस की ओर से सुक्खू ने ही प्रचार का जिम्मा संभाला था।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस के उन नेताओं में हैं, जो राहुल गांधी के काफी करीब हैं। इन्हें राहुल की टीम का सदस्य माना जाता है।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू को वीरभद्र का विरोधी माना जाता है। वीरभद्र सिंह के रहते हुए भी सुक्खू उनका कई बार विरोध कर चुके थे।
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इस चुनाव में सुक्खू को कांग्रेस की प्रचार कमेटी का चीफ बनाया गया था। हिमाचल में जीत की रणनीति बनाने में सुक्खू की बड़ी भूमिका है।
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इस चुनाव में सुक्खू की रणनीति को प्रियंका गांधी का पूरा साथ मिला था।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी राजनीति की शुरूआत एक छात्र नेता के तौर पर की थी। इसके बाद फिर पार्षद बने और फिर विधायक।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू और सीएम की कुर्सी के बीच सबसे बड़ा रोड़ा वीरभद्र सिंह का परिवार था। प्रतिभा सिंह खुद भी सीएम बनना चाहती थीं, लेकिन आलाकमान के फैसले के बाद सुक्खू आसानी से सीएम बन गए हैं।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस में काफी नीचे से सीएम की कुर्सी तक पहुंचे हैं। सुक्खू यूथ कांग्रेस में अध्यक्ष से लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष तक रहे हैं।
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