Jan 15, 2025
Credit: Twitter/-Istock
Credit: Twitter/-Istock
Credit: Twitter/-Istock
Credit: Twitter/-Istock
INS Surat से एक साथ 16 ब्रह्मोस मिसाइलें दागी जा सकती है। आईएनएस सूरत की लंबाई 163 मीटर है और इसकी रफ्तार 55.56kmph है।
Credit: Twitter/-Istock
इस लिस्ट में दूसरा नाम INS Nilgiri का आता है। ये भारतीय नौसेना का पहला स्टेल्थ फ्रिगेट है। आईएनएस नीलगिरि भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 17ए के तहत पहला स्टेल्थ फ्रिगेट है जो समुद्री सुरक्षा में एक नई दिशा देगा। इसे 28 दिसंबर 2017 को नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था। 28 सितंबर 2019 को ये लॉन्च किया गया था। ये 6670 टन का है और 149 मीटर लंबा है।
Credit: Twitter/-Istock
आईएनएस नीलगिरि की रफ्तार 30 kmph है। यह एयर डिफेंस गन और 8 लंबी दूरी की सर्फेस टू एयर मिसाइल से लैस है। यह एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए वरुणास्त्र, एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर से भी लैस है। आईएनएस नीलगिरी में दो हेलिकॉप्टर लैंड कर सकते हैं।
Credit: Twitter/-Istock
इस सूची में तीसरा नाम INS Vaghsheer का आता है। ये दुश्मन के रडार को चकमा देने में माहिर है। आईएनएस वाघशीर P75 स्कॉर्पीन प्रोजेक्ट की छठी और आखिरी पनडुब्बी है। इसका निर्माण फ्रांस के नेवी ग्रुप के सहयोग से किया गया है। यह पनडुब्बी दुश्मन के रडार से बचने, इलाके की निगरानी करने, खुफिया जानकारी जुटाने में माहिर है।
Credit: Twitter/-Istock
INS Vaghsheer में 18 टारपीडो और ट्यूब-लॉन्च एंटी-शिप मिसाइलों को भी लगाया गया है। वाघशीर का नाम हिंद महासागर में पाई जाने वाली सैंड फिश के नाम पर है। यह डीप सी प्रीडेटर के नाम से भी जानी जाती है। INS वाघशीर की ऊंचाई 40 फीट है। पानी के अंदर इसकी रफ्तार 35kmph है और पानी की सतह पर 20kmph है।
Credit: Twitter/-Istock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स